श्री शिव शेखर शुक्‍ला

प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग
न्यासी सचिव, भारत भवन एवं
सचिव, म.प्र. संस्कृति परिषद

श्री एन.पी. नामदेव

संचालक, संस्कृति संचालनालय
संयुक्त सचिव, म.प्र. संस्कृति परिषद

हमारे बारे में

मध्य प्रदेश के विविध नैसर्गिक सुंदरता की तरह यहाँ की कला और संस्कृति भी बहुआयामी है। मध्य प्रदेश विभिन्न संस्कृतियों का संगम स्थल रहा है जैसा कि यह हिन्दुओं, जैनों, बौद्ध, मुस्लिम तथा विभिन्न जनजातियों का आश्रय स्थल रहा है। वास्तविकता में सभी प्रजातियों तथा विभिन्न कालखंडों ने पूरे प्रदेश में मंदिरों, स्तूपों तथा महलों के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।

विशेष चयनित कलाकारों साहित्य मनीषियों को राज्य शासन द्वारा संस्थापित विभिन्न सम्मानों से सम्मानित करना, शासकीय कार्य व्यवहार में हिंदी भाषा के अधिकाधिक उपयोग का प्रचार-प्रसार, प्रोत्साहन करना, जिले से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण प्रासंगिक जानकारियों का संग्रहण कर जिला गजेटियर के रूप में प्रकाशन करने के साथ राज्य की कला संस्कृति व साहित्य का संरक्षण कर उसे प्रोत्साहन देना संस्कृति संचालनालय के प्रमुख कार्य हैं।

संक्षेप में संस्कृति संचालनालय की प्रमुख गतिविधियाँ निम्नानुसार हैं :

  • संस्कृति से सम्बंधित नीतिगत विषय तथा संस्कृति से सम्बंधित नीति निर्धारण का कार्य
  • कला एवं साहित्य का विकास
  • सांस्कृतिक परम्पराओं का संरक्षण
  • सभी शासकीय कार्यों में हिंदी भाषा का उपयोग तथा इसके विकास व प्रोत्साहन से सम्बंधित सभी कार्यों का निष्पादन
  • सभी शैक्षणिक संस्थाओं में हिंदी भाषा का उपयोग तथा इससे सम्बंधित सभी विकासीय कार्य
  • सभी जिला गजेटियर्स का लेखन, प्रकाशन तथा पुनःप्रकाशन का कार्य
  • सभी ज़रूरतमंद साहित्यिक व्यक्तियों तथा कलाकारों को वित्तीय सहायता, प्रेरणा तथा प्रोत्साहन प्रदान करना
  • साहित्य तथा संस्कृति से जुड़ी सभी अशासकीय संस्थाओं को वित्तीय सहायता, प्रेरणा तथा प्रोत्साहन प्रदान करना

राज्य के जिलों से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण, प्रासंगिक तथा प्रामाणिक जानकारियों को गज़ेटिएर के रूप में संग्रहित व संचालित किया गया है। भारत शासन की योजना के अनुरूप प्रारंभिक रूप सह सभी गज़ेटियर्स अंग्रेजी भाषा में तैयार करवाये गए थे तथा बाद में संस्कृति संचालनालय ने इन गज़ेटियर्स का हिंदी रूपांतर भी तैयार करवाया है।

गज़ेटियर :

संस्कृति संचालनालय ने ब्रिटिश कालीन तथा प्राचीन शाही रियासतों के समय तैयार किये गए गजेटियर्स तथा समकालीन ग्रंथों/कार्यों के पुनर्प्रकाशन भी करवाये हैं । वर्तमान तक सम्पूर्ण मध्य प्रदेश के 51 जिलों में से 43 जिलों के गज़ेटियर्स तथा ब्रिटिश कालीन तथा रियासत कालीन तैयार 26 गज़ेटियर्स के हिंदी अनुवाद उपलब्ध हैं। अभी हाल ही में मूलतः अंग्रेजी में तैयार किये गजेटियर के हिंदी रूपांतर प्राप्त हुए हैं। इन गज़ेटियर्स को उनके विक्रय मूल्य पर 40% छूट के साथ विक्रय किया जाता है।

अर्थाभावग्रस्त साहित्यकारों, कलाकारों को वित्तीय सहायता:

वित्तीय दृष्टि से कमज़ोर, चयनित कलाधर्मियों तथा साहित्यिक व्यक्तियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। संस्कृति संचालनालय द्वारा ऐसे व्यक्तियों को न्यूनतम रूपये 800/- एवं अधिकतम रूपये 1,500/- तक मासिक वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाता है। इसी प्रकार संस्कृति संचालनालय गंभीर रूप से अस्वस्थ्य कलाकारों तथा साहित्यिक व्यक्तियों को भी इलाज के लिए एकमुश्त अधिकतम रू. 5,000/- आर्थिक सहायता उपलब्ध कराता है|

विभिन्न संस्थाओं को वित्तीय सहायता :

संस्कृति संचालनालय ऐसी अशासकीय संस्थाओं को जो प्रदेश में कला, संस्कृति के विकास व प्रोत्साहन के लिए पूर्णतः समर्पित है, पंजीकरण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है|

मध्यप्रदेश शासन की संस्कृति नीति

  • प्रदेश में कलाओं की स्वतंत्रता और सम्मान के साथ विकास के अवसरों और साधनों की वृद्धि
  • प्रदेश की विशाल सांस्कृतिक परम्परा का संरक्षण
  • आम नागरिकों के लिए कलाओं के रसास्वादन के अवसरों का विकास
  • प्रदेश की आदिवासी और लोक संस्कृति के प्रामाणिक संरक्षण के लिए विशेष प्रयत्न
  • कला सम्बन्‍धी संस्थाओं का पुर्नगठन और विस्तार तथा कलात्मक गतिविधियों का विकेन्द्रीकरण
  • दुर्लभ होती जा रही शैलियों और रूपाकारों के लिए विशेष समर्थन

विभागीय संरचना